Saturday, 13 December 2014

ब्रह्मर्षि परिचय

ब्राह्मणों को सम्पूर्ण भारतवर्ष में विभिन्न उपनामों से जाना जाता है, जैसे पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान के कुछ भागों में त्यागी, अवध (मध्य उत्तर प्रदेश) तथा मध्य प्रदेश में बाजपेयी, बिहार व बंगाल में भूमिहार, जम्मू कश्मीर, पंजाब व हरियाणा के कुछ भागों में महियाल, मध्य प्रदेश व राजस्थान में गालव, गुजरात में अनाविल, महाराष्ट्र में चितपावन एवं कार्वे, कर्नाटक मेंअयंगर एवं हेगडे, केरल में नम्बूदरीपाद, तमिलनाडु में अयंगर एवं अय्यर, आंध्र प्रदेश में नियोगी एवं राव तथा उड़ीसा में दास एवं मिश्र आदि .

गालव जिसे त्यागी भी कहते हैं, पश्चिमी भारत के भूमिहार ब्रह्मणों की एक शाखा है।

महियाल अयाचक एवं भूमिहार/त्यागी ब्राह्मणों की पश्चिमोत्तर भारतीय शाखा है। इनका निवास स्थान मुख्यतः पंजाब है।

चितपावन अयाचक एवम उत्तर भारत के भूमिहार/त्यागी ब्राह्मणों की दक्कनी शाखा है। इनका निवास स्थान मुख्यतः महाराष्ट्र एवम कोंकण क्षेत्र है। मराठा पेशवा एवं बाल गंगाधर तिलकसावरकर आदि राजनेता इसी समुदाय से थे।

नियोगी आन्ध्र प्रदेश के अयाचक एवं भूमिहार/त्यागी ब्राह्मणों की द्रविड़ - दक्कनी शाखा है।


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