संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में बिहार के जहानाबाद जिले के काको प्रखंड क्षेत्र के एक छोटे से गांव देवघरा के रवि प्रकाश ने बाजी मारी। उनके पिता मृणाल कुमार शर्मा हाजीपुर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में उपप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। मां रूबी शर्मा उच्च शिक्षा प्राप्त कुशल गृहणी हैं।
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 54वां रैंक लाकर उक्त छात्र ने अपने परिवार के साथ-साथ अपने जिले और राज्य का नाम भी रौशन किया। उनके पिता श्री शर्मा ने बताया कि रवि ने शुरू से ही पटना के लोयला स्कूल से मैट्रिक तक की पढ़ाई की। प्लस टू की पढ़ाई उसने राजस्थान के कोटा में की। वर्ष 2011 में आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी में जुट गया।
रवि प्रकाश ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया। दो भाईयों में रवि बड़े हैं। उनसे छोटा भाई राजस्थान के कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा है। रवि ने पहले डॉयमंड कंस्लटेंसी में 18 लाख के सालाना पैकेज पर बतौर इंजीनियर काम किया। लेकिन उन्होने जल्द ही उस नौकरी को ठुकरा दी। दिल्ली के पटेलनगर स्थित एक किराए के मकान में रहकर उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी की।
उन्होने तीसरी बार में यह सफलता अर्जित की। दो बार वे इंटरव्यू से छंटकर वापस हो गए। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तीसरे प्रयास में अपनी मंजिल को पा लिया। उनके माता-पिता पटना के एजी कॉलोनी स्थित अपने निजी मकान में रहते हैं। सफलता पाने वाले उक्त छात्र ने भी अपनी मैट्रिक तक की पढ़ाई अपने माता-पिता के साथ ही रहकर पूरी की।
उनके पिता श्री शर्मा कहते है कि रवि स्वभाव और विचार से सादे प्रकृति के हैं। वे गांव के वंचित लोगों के लिए कुछ खास करने की तमन्ना रखते हैं। रवि का मानना है कि निरंतर प्रयास और आत्मविश्वास के साथ मंजिल पाई जा सकती है। दस से बारह घंटे की नियमित पढ़ाई कर उक्त परीक्षा में सफलता पाई। यूपीएससी की परीक्षा में उनका ऐच्छिक विषय राजनीति शास्त्र रहा।
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