श्री कृष्ण सिंह जी ने रामधारी सिंह दिनकर जी को क्या कहा था
अपने बिरादरी के कुछ युवा सदस्यों की तकलीफ (की हमारी बिरादरी के तथाकथित नेता . . . सिरमौर) की जिनसे उम्मीद थी वे काम न आये, को यह बतला दूं की आप बच्चे हैं . . . भले लायक हो गए हों . . . आपने जो आज झेला है वह हमने 1990 में झेला था और आज से ज्यादा दर्दनाक तरह से - और पुराणी कहानियां भी सुन रखी हैं - शायद आपको मालूम हो की श्री कृष्ण सिंह जी ने रामधारी सिंह दिनकर जी को क्या कहा था . . . सीख - (1) जो करना हो अपने बल पर करो (2) अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए - स्वान्तः सुखाय - जितने में संतुष्ट हो जाओ, उतने पर रुक जाओ . . . उससे आगे दुखी हो जाओगे (3) हमारी बिरादरी का कोइ नेता नहीं है - मान लो - अब भी मान जाओ . . . हमारी बिरादरे "हम सबों के" सम्मिलित सहयोग से चलेगी - किसी नेता से कोइ उम्मीद यता उसपर भरोसा णा करें
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