राष्ट्रगीत की रचना हुई थी भूमिहार महाराजा के महल में
महाराजा बीरेंद्र नारायण राय (स्वर्गीय)
पूर्व मंत्री , पूर्व विधायक – नाबाग्राम (मुर्शीदाबाद)
बंगाल में भूमिहार समाज की शान – लालगोला रियासत
चर्चित लालगोला महाराज बीरेंद्र नारायण राय सर्वप्रथम निर्दलीय मुर्शीदाबाद विधानसभा से चुनाव जीत कलकत्ता पहुंचे । फिर लगातार 5 बार मुर्शीदाबाद जिले की “नाबाग्राम विधानसभा सीट से कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव जीत मंत्री रहे ।।
लालगोला रियासत को बंगाल की चौथी बड़ी रियासत मानी जाती है ।। इसे देशभक्तों का शरणार्थी स्थल भी माना जाता है ।। बंकिम चंद्र चटर्जी ने लालगोला महल में ही रह कर राष्ट्रगीत वंदेमातरम और आनंदमठ की रचना की थी ।।
सियासी समीकरण की दृश्टिकोण से मुर्शिदबाद ज़िले में 80 हज़ार के पार भूमिहार मत हैं ।।
यँहा से कुलीन ब्राह्मण समुदाय से आने वाले बाहुबली सांसद अधीर रंजन चौधरी भूमिहारों के नेता माने जाते हैं ।। भूमिहार और कुलीन ब्राह्मण के बीच बंगाल में वैवाहिक संबंध भी बनते हैं ।
वहीं भूमिहार बाहुबलि परिमल मिश्रा का भी जबरदस्त बोलबाला है ।
1 Comments:
फर्जी न्यूज लौरा भुमिहार था,,,,,
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